नित्य ही चीन की आक्रामक चेतवनिया , पाकिस्तान की बन्दर भाभकिया ,अमेरिका की तानाशाही,उग्रवाद,भाषावाद,
जातिवाद,क्षेत्रवाद,सांप्रदायिक दंगे तथा आतंकवादी गतिविधिया हमारे राष्ट्रवाद को खोखला अवं कमजोर कर रही है.समय है की कुछ बातो को अमली जामा पहनाया जाए और इन पर नकेल कसी जाए यही जम्हूरियत की मांग है और वक्त का तकाजा भी.क्रांति की तलवार तो विचारो की शान पर तेज़ होती है-----भगत सिंह
(Blogger's own view)
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